शहडोल:उपसरपंच संगठन महासमिति ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

 उपसरपंच संगठन महासमिति ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

शहडोल। शहर के कलेक्टर कार्यालय के सामने जय स्तंभ चौराहे पर जिले के पांचो ब्लॉकों से भारी संख्या में उपसरपंच एवं पंच एकत्रित हुए तथा राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सोपा। उपसरपंच संगठन महासमिति के संचालक प्रभाकर तिवारी के आवाहन पर भारी संख्या में जिले के पंचायतों से उपसरपंच एवं पंच उपस्थित हुए जहां उपसरपंच संगठन महासमिति के संचालक प्रभाकर तिवारी ने शहडोल जयस्तंभ चौक में दूर-दूर से आए ग्राम पंचायत के उपसरपंचों को संबोधित करते हुए संगठन के मुख्य उद्देश्यों को विस्तार से बताया संगठन को हमें सशक्त करना है तो हम सभी को संगठित होना पड़ेगा क्योंकि जनता ने हमारे ऊपर जो भरोसा करके हमें जनप्रतिनिधि बनाया है तो उन सभी जनता का हमें भरोसा टूटने नहीं देना है हमने जो वादा अपनी जनता से किया है उसे हमें पूरा करना है हम अकेले कुछ नहीं कर सकते पर हम सब साथ मिलकर संगठन के माध्यम से सरकार से हमारी मांगे रख सकते हैं सरकार हमारी है हम सरकार के अंग है और सरकार से हमें सहयोग भी मिल सकता है हमको ग्राम पंचायत के सचिव सरपंचों के द्वारा शासन की योजनाओं आदेशों नियमों से दूर रखा जाता है जिससे हम अपनी जनता से किया वादा पूरा नहीं कर पाते हैं जिससे हमारी उपेक्षा हो रही है अपने सम्मान एवं जनता से किए गए वादों को पूरा करना है । और हमारी जो भी मांगे हैं उन सभी मांगों को लेकर हम  राज्यपाल को कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन सौंपने के लिए यहां एकत्रित हुए हैं ताकि हमारी मांगे पूरी हो सके वही कार्यक्रम का सफल संचालन संतोष कुमार पांडे ने किया जिला महामंत्री,सुरेंद्र साहू जिला उपाध्यक्ष सभी का आभार व्यक्त किया।

राज्यपाल के नाम सौंप गए ज्ञापन के प्रमुख बिंदु

उप सरपंच संगठन महासमिति संचालक प्रभाकर तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सबसे पहले पंचायत के पोर्टल में उप सरपंचों का नाम और मोबाइल नंबर दर्ज किया जांऐ ताकि ग्राम पंचायत के आय व्यय की जानकारी ग्राम पंचायत के उपसरपंचों को हो सकें।शासन के द्वारा जो भी ग्राम पंचायत के लिए नियम व निर्देश आते हैं जो व्हाटसरऐप ग्रंप

में ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव के साथ ही उप सरपंचों को भी जोड़ा जाऐ जिससे कि वह ग्राम पंचायत के विकास में सहयोग प्रदान कर सर कें।

जिले के हर पंचायत में उप सरपंच की सील और हस्ताक्षर भी सरपंचों के सील हस्ताक्षर की तरह मान्य होने चाहिऐ।शिक्षा विभाग का पदेन सभापति उप सरपंच होता है तो विद्यालय के अकाउंट में

प्रधानाध्यापक के साथ उप सरपंच का ज्वाइंट अकाउंट होना चाहिऐ। ग्राम पंचायत का कोई भी विकास कार्य ग्राम पंचायत के अनुमोदन के बाद होता है उसमें उप सरपंचों का भी हस्ताक्षर होना अनिवार्य कर दिया जाऐ ताकि ग्राम पंचायत के फंडका दुरूपयोग ना हो। ग्राम पंचायत में पंचों और उप सरपंचों का मानदेय कम से कम 3000/- रू० प्रति माह होना चाहिए।ग्राम पंचायत के समस्त मदों में 50 प्रतिशत ग्राम विकास पर कार्य करने की अनुमति ग्राम पंचायत के उप सरपंचों को दिया जाना चाहिए।

कार्यक्रम में रहे उपस्थित

कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपसरपंच संगठन महासमिति संचालक प्रभाकर तिवारी , अखिलेश कुमार शर्मा संरक्षक, शंकर सिंह संरक्षक , कुंवर रजनीश सिंह संरक्षक, विजय त्रिपाठी सचिव

अनूप सिंह , प्रिंस सिंह जिला मंत्री,राजेश तिवारी गोपाल ब्लॉक अध्यक्ष गोहपारू, विक्रम मिश्रा (विक्की महाराज सिदुरी भर्ती) जिला मीडिया प्रभारी,

मुकेश गौतम जयसिंहनगर ब्लॉक अध्यक्ष ,राजेश शुक्ला बुढार ब्लॉक अध्यक्ष, संतोष कुमार पांडे जिला महामंत्री, सुरेंद्र साहू जिला उपाध्यक्ष, अंजू धर्मेंद्र सिंह जिला उपाध्यक्ष, भागचंद पटेल सुहागपुर ब्लॉक उपाध्यक्ष, जयप्रकाश सिंह उपाध्यक्ष बुढार, प्रमोद सिंह जिला सदस्य ,सपना शिवराम चौबे ब्लॉक मंत्री बुढार, जागेश्वर रजक ब्लॉक मंत्री बुढार, लोचन पांडे कोषाध्यक्ष ब्लॉक बुढार ,रामनारायण गुप्ता सचिन ब्लॉक बुढार,  राजीव शर्मा, नरेंद्र मिश्रा, जागेश्वर बर्मन मनोज सिंह, देवराज सिंह, मोहम्मद अख्तर उप सरपंच खैरहा, महेंद्र सिंह, शिवाकांत गुप्ता उपाध्यक्ष, मोहम्मद इकबाल खान, राम सुशील सिंह गुंण निधि गुप्ता, नर्मदा बैग, पप्पू बैग, संजय त्रिपाठी साथी जिले के पांचो ब्लॉक से सैकड़ो की संख्या में उपसरपंच एवं पंच कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।

Post a Comment

Previous Post Next Post